Welcome

YOU ARE WELCOME TO RASHTRAHIT BLOG
PLEASE VISIT UPTO END OF THE BLOG

Thursday, July 16, 2015

बाजार में जाते समय



बाजार में जाते समय बहुत तरह की चीज़े देखते हैं , कुछ आकर्षक हैं तो कुछ सामान्य्।

किसी का अच्छा मकान देखकर, मन में विचार आया होगा कि मुझे अवसर मिले तो ऐसा ही मकान मै भी बनाऊँगा । आकर्षक जेवर देखकर प्रायः महिलाओं के मन में भावना आती है कि कभी पैसे होंगें, अवसर आएगा तो जरुर ऐसे जेवर बनवाएंगे। रास्ते के कूड्रे  कचरे को देखकर आपके मन में कभी कोई आकर्षण पैदा नहीं होता, बल्कि उसे उपेक्षा से देखते है। उधर से ध्यान हटा लेते है, उसे आप कभी भी याद नहीं रखना चाहते। जिसे आप याद नहीं रखना चाहते उसे आप उपेक्षा से देखते है। संसार को भी उपेक्षा से देखिए। अन्यथा इस संसार में जहां भी चलेंगे, जिसे भी देखेंगे, उसकी धूल आपके अन्तःकरण पर जरूर पडेगी और फिर वह खींचकर पूरी तरह से संसार की तरफ ले जाएगी।

No comments:

Post a Comment